हृदय कैथ और हृदय एंजियोप्लास्टी

इस जांच को कार्डियक कैथेटराइज़ेशन, कार्डियक कैथ या कोरोनरी एंजियोग्राम भी कहते हैं। हृदय कैथ , पम्प (रक्त पम्प करना) के दौरान हृदय की रक्त धमनियों को और हृदय के अंदर के हिस्से को दिखाता है। कैथेटर कहा जाने वाला एक ट्यूब आपके पैर के सबसे ऊपरी हिस्से, आपकी जांघ (ग्रॉइन) या आपके हाथ की रक्त-धमनी में डाला जाता है। इसके बाद इसे आपके हृदय तक पहुंचाया जाता है। कैथेटर के माध्यम से डाई डाली जाती है तथा एक्स-रे लिए जाते हैं।

रक्त धमनियों के संकरा होने को कारण सीने में दर्द या हृदय आघात हो सकता है। यदि आपके हृदय की रक्त धमनियाँ संकरी हैं तो हृदय एंजियोप्लास्टी किया जा सकता है, इसे पीटीसीए (परकुटेनियस ट्रांसलुमिनल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी) या बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से रक्त प्रवाह बेहतर बनाने के लिए कैथेटर के आखिर में लगे बैलून का उपयोग रक्त-धमनी खोलने के लिए किया जाता है। रक्त-धमनी को खुला रखने के लिए एक स्टेंट लगाया जा सकता है, यह एक छोटा, तार की नली नुमा उपकारण होता है।

जांच के लिए समय पर आए। आपको अस्पताल में पूरी एक रात रुकना पड़ सकता है। घर वापस जाने की योजना परिवार के किसी वयस्क सदस्य या दोस्त के साथ बनाए।

तैयारी

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  • आपके चिकित्सक आपको कुछ जाँच करने को कह सकते हैं, जैसे सीने का एक्स-रे, ईकेजी और रक्त जाँच।
  • अपनी प्रक्रिया शुरू होने के पूर्व आधी रात के बाद न तो कुछ खाएँ और न ही कुछ पीयें, यहां तक कि पानी भी न पीएं।
  • अपने चिकित्सक से पूछिए कि इस प्रक्रिया की सुबह क्या आप दवाइयाँ ले सकते हैं। यदि हाँ, तो दवाइयाँ कुछ घूंट पानी के साथ लीजिए।
  • यदि आपको एलर्जी है, दमा है या आप मेटफार्मिन (ग्लूकोफेज) दवाई ले रहे हैं तो जाँच करने वाले कर्मचारी को बताएं।

प्रक्रिया के दौरान

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  • आपको अस्पताल का गाउन पहनना होगा और टेबल पर लेटना होगा। आप आपने हियरिंग एड, डेन्टुअर या चश्में पहन सकते हैं। नेल पॉलिश और कॉन्टैक्ट लेंस हटा दें।
  • कमरे में रोशनी बेहद कम हो सकती है और कमरे में ठंड महसूस हो सकती है।
  • आप जागते रहेंगे इसलिए आप कैसा महसूस कर रहे हैं यह कर्मचारी को बता सकते हैं।
  • आपके हाथ की किसी नस में एक आईवी (अंतःशिरा) लगाई जाएगी। आपकी आईवी के माध्यम से आराम महसूस करने में मदद करने वाली दवाई और तरल दिये जाएँगे।
  • आपकी जांघ या भुजा साफ की जाती है जहाँ से कैथेटर डाला जाता है। यदि जांघ के ऊपरी हिस्से (ग्रॉइन) का उपयोग किया जाना है तो वहां के बाल साफ कर दिए जाते हैं।
  • आपके हृदय की जाँच के लिए आपके सीने के ऊपर छोटे-छोटे पैड रखे जाते हैं। पुरुषों के लिए, छाती के बाल साफ किये जा सकते हैं।
  • आपके हाथ में रक्तचाप कफ लगाया जाता है। बार-बार आपके रक्तचाप और हृदय गति की जाँच की जाती है।
  • चिकित्सक कैथेटर डालने की जगह को सुन्न कर देते हैं। इसमें कुछ सेकेण्डों तक टीस महसूस होती है। इसके बाद आप केवल दबाव महसूस करते हैं, दर्द नहीं।
  • कैथेटर को आपकी बड़ी रक्त धमनी में डाला जाता है और आपके हृदय तक पहुँचाया जाता है।
  • धड़कन का रुक-रुक कर धड़कना या घबराहट महसूस करना सामान्य है। अपने चिकित्सक को बताएँ, लेकिन डरने की कोई बात नहीं है।
  • डाई डाली जाती है। कुछ सेकेंड के लिए आपको गर्मी या घबराहट महसूस हो सकती है।
  • जैसे-जैसे डाई आपकी रक्त धमनियों में जाती है वैसे-वैसे एक्स-रे लिए जाते हैं। आपको कई बार साँस रोकने, खांसने, लम्बी साँस लेने या हाथ हिलाने के लिए कहा जा सकता है।
  • यदि आपकी रक्त-धमनियाँ संकरी हैं तो कैथेटर का बैलून वाला हिस्सा रक्त-धमनी के संकरे हिस्से तक ले जाया जाता है। संकरी रक्त-धमनी को खोलने के लिए बैलून को कई बार बड़ा और छोटा किया जाता है। आप सीने में दबाब महसूस कर सकते हैं, लेकिन यह दबाव जल्दी ही ठीक हो जाएगा। कर्मचारी को बताएँ की आप कैसा महसूस कर रहे हैं।
  • रक्त-धमनी को खुला रखने के लिए स्टेंट लगाया जा सकता है।
  • यह देखने के लिए कि रक्त-धमनी कितनी खुली है, डाई एक बार फिर डाली जाती है।
  • इसके बाद कैथेटर हटा दिया जाता है।
  • कैथेटर स्थल पर लगी सूई कई घंटों तक वहीं रह सकती है।
  • जब सूई हटाई जाती है तो रक्त-धमनी को बंद कर दिया जाता है। कैथेटर स्थल पर कर्मचारी 10-20 मिनट तक दबाव डालेंगे ताकि खून न बहे। कैथेटर स्थल बंद करने के लिए टांका, क्लिप या प्लग लगाया जाता है। खून बंद करने के लिए 1 घंटे तक स्थल पर क्लैंप लगाया जा सकता है। क्लैंप हटाने के बाद स्थल पर पट्टी बांधी जाती है।

प्रक्रिया के बाद

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अस्पताल में

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  • बार-बार आपके कैथेटर स्थल, धमनी और रक्तचाप की जाँच की जाएगी।
  • आपको 2 से 6 घंटे तक पैर या हाथ को सीधा रखने की जरूरत है ताकि खून न बहे।
  • यदि स्थल पर सूजन आती है या खून बहता है, या आपको दर्द या संवेदनशून्यता महसूस होती है या पैर अथवा हाथ में टीस महसूस होती है तो फौरन अपनी नर्स को बताएं।
  • सूई के निकाले जाने तक आप पारदर्शी तरल (क्लियर लिक्विड) ले सकते हैं। इसके बाद आप सामान्य आहार ले सकते हैं।
  • कुछ घंटों तक ऑक्सीज़न और हार्ट मॉनिटर लगा रह सकता है।
  • एक ईकेजी या रक्त जाँच की जा सकती है।
  • कैथेटर स्थल का मुलायम रहना या खरोंच जैसा दिखना सामान्य है।
  • आपका चिकित्सक आपसे प्रक्रिया के बारे में बातचीत करेगा।
  • जाँच के दौरान दी गई दवाई से आप नींद महसूस कर सकते हैं। आपको घर वापस ले जाने के लिए परिवार के किसी वयस्क सदस्य या दोस्त की जरूरत होगी, यह आपकी सुरक्षा के लिए है।
  • 24 घंटे तक आराम करें।
  • डाई शरीर से निकालने के लिए आज कम से कम आठ गिलास तरल पेय लें।
  • रात को सोते समय प्रेशर बैंडेज (दबाव पट्टी) हटा दें और एक साफ बैंडेड लगाए।
  • अपनी इस प्रक्रिया के बाद कम से कम एक सप्ताह तक टब में नहीं नहाए। आप फुहारे से नहा सकते हैं। स्थल को रगढ़े नहीं।
  • फुहारे से नहाने के दौरान स्थल पर लगे बैंडेड हटा दें।
  • आप स्थल को बिना ढके रख सकते हैं या साफ बैंडेड लगा सकते हैं।
  • हररोज स्थल को बढ़ी हुई लालाई या चोट या सूजन के लिए जाँचें।
  • मेटमॉर्फिन (ग्लूकोफेज) दवाई इस प्रक्रिया के 2 दिन बाद तक न लें।
  • 2-3 दिन तक वाहन न चलाएं।
  • जाँच के तीन दिन बाद तक व्यायाम न करें, दौड़ें नहीं या 10 पाउंड या 4-5 कि.ग्रा. से अधिक भार वाली वस्तु न उठाएं।
  • अन्य गतिविधियों के बारे में आपने चिकित्सक या नर्स से पूछें। एक सप्ताह के अंदर आप सामान्य गतिविधियाँ कर पाएंगें।
अपने चिकित्सक को फौरन कॉल करें यदिः
  • कैथेटर स्थल से होने वाले खून का बहना बंद नहीं हो रहा है
  • स्थल पर तीखा दर्द या टीस हो
  • कैथेटर स्थल पर सूजन, लाली, ज्यादा खरोंच, त्वचा का मुलायम होना, गर्मी या खून बहना शुरू हो
  • हाथों और पैरों का ठंडा होना या पीला पड़ना
  • अपने पैर या हाथ की अंगुलियों को हिलाने में दिक्कत महसूस करना
  • संवेदनशून्यता या कमजोरी
  • बुखार या कंप-कंपी
  • भ्रमित या कम चौकन्ना रहना

यदि स्थल से खून बहना बंद नहीं हो रहा है या वहाँ सूजन बढ़ती जा रही है तो सीधा लेट जाइए और स्थल पर दबाव डालिए तथा 911 पर फोन कीजिए।

यदि आपके सवाल हैं या कोई चिंता है तो अपने चिकित्सक या नर्स से बात कीजिए।