कृष्ण काव्य में माधुर्य भक्ति के कवि/गंगाबाई की रचनाएँ
(गंगाबाई की रचनाएँ से अनुप्रेषित)
गंगाबाई के कुछ पद 'श्री विट्ठल गिरधरन लाल ' नाम पुष्टि-मार्ग के वर्षोत्सव ग्रंथों में संकलित हैं।इनमें जन्म से लेकर कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का वर्णन किया गया है। महिला होने कारण इनका मधुर-लीलाओं का वर्णन अत्यधिक मर्यादित है।