गूगल क्रोम सम्पादन

एक प्रकार का जाल विचरक है। इसके द्वारा गूगल ने अपने जालस्थल के कई प्रकार भी विकसित किए हैं।

गूगल को लाभ सम्पादन

  1. इसका मुख्य खोज प्रणाली गूगल होता है।
  2. यदि आपने जालस्थल के पते में गलती कर दी तो वह गूगल में ही खोजता है।
  3. इसमें केवल एक ही बक्सा है जिसमें आप पता डाल सकते हैं या खोज सकते हैं।
  4. इसमें खोज प्रणाली गूगल से अन्य में करना बहुत कठिन है।
  5. इसमें स्वतः अनुवादक है जो गूगल का ही है। यदि आप किसी जालस्थल पर किसी का अनुवाद करना चाहते हैं तो वह केवल और केवल गूगल के अनुवादक से ही संभव होगा।
  6. इसमें केवल पहले से गूगल ही मुख्य पृष्ठ पर होता है। उसे भी बदलना बहुत कठिन होता है। जब भी आप यह खोलोगे तो केवल गूगल का मुख्य पृष्ठ ही दिखेगा।
  7. इसमें जो जालस्थल का पता और इतिहास है वह सभी गूगल में रहता है। इसका अर्थ इससे आप गूगल में ही जाकर पुनः अपना इतिहास और जालस्थल पते का उपयोग कर सकते हो।
  8. इसकी सभी जानकारी गूगल के पास ही रहती है। जिसका वह आपको विज्ञापन दिखाने में कर सकता है।
  9. यह अपने आप कि गूगल के जालस्थल से अपडेट लेता है। जिससे यह हमेशा अपने जालस्थल का उपयोग करने को विवश करता है।

कुल मिलाकर आप यदि क्रोम का उपयोग करते हो तो आप गूगल के जालस्थल पर हर दिन आते ही रहेंगे। चाहे आप चाहो या न चाहो।

प्रचार सम्पादन

  1. किसी भी गूगल सेवा में किसी अन्य ब्राउज़र के द्वारा जाने पर गूगल आपको गूगल क्रोम डाउनलोड करने के लिए ही कहता है।
  2. कुछ में तो यह अन्य ब्राउज़र को ठीक से कार्य भी करने नहीं देता है।
  3. यह कई प्रकार कि सेवा गूगल क्रोम पर ही रखता है।
  4. गूगल अनुवादक पर यह कहता है कि आप स्वतः गूगल अनुवादक का उपयोग गूगल क्रोम पर कर सकते हो।

गूगल अपने हर सेवा में अपने अन्य सेवा का प्रचार करता है और कई ऐसे मुक्त सेवा भी प्रदान करता है ताकि आप उसका उपयोग कर केवल गूगल पर ही रहें। इसका उद्देश्य हमेशा यही होता है कि हर प्रयोक्ता हमेशा इंटरनेट पर गूगल या उसकी सेवा प्रदान करने वाले जालस्थल पर ही रहे। उसका ही ब्राउज़र उसका ही संचालन प्रणाली का उपयोग करे। अपने जालस्थल में केवल गूगल का ही उपयोग कर पूरा जालस्थल बनाए और उसका विज्ञापन भी गूगल से हो।