जर्मन भाषा के पहले अध्याय में आपका स्वागत है। इस अध्याय को ऐसे लोगों के लिए बनाया गया है, जो अभी अभी जर्मन भाषा सीखना शुरू किए हैं या थोड़ा सा ही उन्हें इस भाषा का ज्ञान है। इस अध्याय का लक्ष्य केवल इतना सा ही है कि आपका बिना किसी तकलीफ के जर्मन भाषा से परिचय कराया जा सके और आगे के अध्याय में आप रुचि के साथ पढ़ कर इसे सीख सकें।

इसे केवल शुरुआत के लिए बनाया गया है, तो आसान तो होगा ही और आप जल्दी सीख भी सकते हैं, पर आपको ऐसा लगे कि इसमें बहुत ही आसान दिया है, तो आप एक बार देख कर दूसरे अध्याय में भी जा सकते हैं, क्योंकि इस अध्याय को नए लोगों के लिए ही बनाया गया है, जबकि दूसरा अध्याय ऐसे लोगों के लिए है, जिन्हें थोड़ा थोड़ा इस भाषा का ज्ञान हो चुका है या पहला अध्याय पूरी तरह हल कर चुके हैं।

विशेषता सम्पादन

इसमें कुछ विशेषता है, जिसे पढ़ना और जानना आपके लिए अच्छा रहेगा और आप इससे इस भाषा को और भी अच्छी तरह से जान सकेंगे। वैसे जर्मन भाषा भारतीय-यूरोपीय भाषा परिवार का हिस्सा है। पर अब विशेषताओं को देखते हैं। इसमें नीचे कुछ विशेषताओं को रखा गया है। कृपया आराम से पढ़ें, कोई जल्दी नहीं है।

  • इसे लैटिन लिपि में लिखा जाता है।
  • वाक्य ज्यादातर विषय-क्रिया-वस्तु के क्रम में होता है।
  • सवाल का क्रम क्रिया-विषय-वस्तु के क्रम में होगा या उपक्रिया-क्रिया-विषय-वस्तु के क्रम में रहेगा।
  • अंग्रेजी और जर्मन भाषा के कई शब्द एक ही तरह के होते हैं। जैसे word और Wort, या house और Haus आदि।
  • अंग्रेजी और जर्मन भाषा के कई शब्दों का उच्चारण एक जैसा होता है। जैसे Text, Zoo, Handball, Motor, Bus, Park, Position, या Garage आदि।
  • Kindergarten [किंडरगार्डेन] शब्द को अंग्रेजी में सीधे जर्मन भाषा से लिया गया है। लेकिन इसका अर्थ थोड़ा बदल गया है।