देवनागरी
देवनागरी लिपि मुख्यतः भारत और नेपाल के भाषाओं को लिखने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें हिन्दी, नेपाली, मराठी, संस्कृत, पालि, भोजपुरी, नेवाड़ी, कोंकणी, मैथिली, कश्मीरी आदि का समावेश हैं। यह ध्वनि या उच्चारण पर आधारित है, इस कारण इसमें जो भी हम बोल सकते हैं, उसे आसानी से लिखा जा सकता है। महावीर प्रसाद द्विवेदी ने इस लिपि के लिए कहा था कि देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता स्वयंसिद्ध है। अर्थात इसकी वैज्ञानिक विशेषताओं को सिद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसे देखते साथ कोई भी जान सकता है कि यह अन्य लिपियों से काफी अलग और उपयोगी है।