Ramratan gurjar

ਅ ਆ ਇ ਈ ਉ ਊ ਏ ਐ ਓ ਔ
अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ


मुक्त
किसी व्यंजन में इसके होने का कोई चिह्न नहीं होता है। अतः किसी भी व्यंजन में यदि कोई मात्रा न दिखे तो उसका अर्थ यही है कि उसमें अ का स्वर जुड़ा हुआ है।
ਅ + ਸ = ਅਸ /as/ = अस
कन्ना
इसका उच्चारण आ के रूप में होता है।
ਸਾ /saa/ = सा
ਹਾ + ਉ = ਹਾਉ /haau/ = हाउ
ਹਾ + ਉ + ਸ = ਹਾਉਸ /haaus/ = हाउस
ਆ + ਇ = ਆਇ = eye
सिहरी
सिहरी का उच्चारण देवनागरी लिपि के इ के समान है।
ਹਿ + ਸ = ਹਿਸ = हिस
ਆ + ਇ + ਸ = ਆਇਸ /aais/ = आइस
ਆ + ਇ = ਆਇ = आइ
ਉ + ਏ + ਸਿ + ਸ = ਉਏਸਿਸ = ओसिस