पाश्चात्य काव्यशास्त्र (दिवि)
पाश्चात्य काव्यशास्त्र की यह पुस्तक दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक प्रतिष्ठा के पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार किया गया है।
विषय सूची
सम्पादन- अरस्तु:अनुकरण सिद्धांत, विरेचन सिद्धांत, त्रासदी/
- लोन्जाइनस: उदात्त की अवधारणा, उदात्त के बाह्य श्रोत, उदात्त के आंतरिक स्रोत, उदात्त के अवरोधक/
- वर्डस्वर्थ और कॉलरिज: कविता सम्बन्धी मान्यताएं, काव्यभाषा संबंधी मान्यताएं/
- कॉलरिज का कल्पना-सिद्धांत
- टी.एस. इलियट- परम्परा और वैयक्तिक तथा निवँयक्तिकता का सिद्धांत, वस्तुनिष्ठ सहसंबंध/
- स्वच्छन्दतावाद
- मार्क्सवादी आलोचना
- संरचनावाद
- उत्तर-संरचनावाद
- बिंब
- प्रतीक
- विसंगति और विडम्बना
- यथार्थ
- फैंटेसी
- मिथक