भारत का भूगोल/खनिज तथा ऊर्जा संसाधन
- आर्कियन नीस और शिस्ट लगभग 4 बिलियन वर्ष पूर्व (प्री-कैम्ब्रियन युग) निर्मित सबसे पुरानी चट्टान प्रणाली है।अरावली पहाड़ियों में पाई जानेवाली यह अन्य चट्टान प्रणालियों के लिये आधार का कार्य करती है।
- धारवाड़ क्रम की चट्टानों का निर्माण काल 4 अरब वर्ष से पूर्व लेकर 1 अरब वर्ष पूर्व तक का है।यह अत्यधिक कायांतरित अवसादी चट्टान-प्रणाली है। आर्कियन नीस और शिस्ट के अवसादों के कायांतरण से इसका निर्माण हुआ है।यह सबसे पुरानी कायांतरित चट्टानों में से एक है।कर्नाटक के धारवाड़ ज़िले में ये बहुतायत में पाई जाती हैं।
- कडप्पा क्रम की चट्टानें और विंध्य क्रम की चट्टानें-पुराण चट्टान प्रणाली (1400 - 600 मिलियन वर्ष) में दो प्रणालियाँ शामिल हैं: शैल, स्लेट, क्वार्टजाइट तथा चूने के पत्थर आदि को कडप्पा क्रम की चट्टानों में शामिल किया जाता है। इन चट्टानों में कायांतरण धारवाड़ चट्टानों की तुलना में कम हुआ है। इन चट्टानों में जीवाश्मों के साक्ष्य नहीं मिलते।आंध्र प्रदेश के कडप्पा ज़िले में इस प्रकार की चट्टानें पाई जाती हैं।
- कार्बोनिफेरस चट्टानों (350 मिलियन वर्ष) में मुख्य रूप से चूना पत्थर, शेल और क्वार्टजाइट शामिल हैं। भू-विज्ञान में कार्बोनिफेरस का मतलब कोयला युक्त होता है।
माउंट एवरेस्ट ऊपरी कार्बोनिफेरस लाइमस्टोन से निर्मित है। कोयले का निर्माण कार्बोनिफेरस युग में शुरू हुआ।