वैज्ञानिक अनुसंधान के चरण सम्पादन

वैज्ञानिक अनुसंधान में एक व्यवस्थित प्रक्रिया शामिल होती है जो वस्तुनिष्ठ होने और विश्लेषण के लिए ढेर सारी जानकारी इकट्ठा करने पर केंद्रित होती है ताकि शोधकर्ता किसी निष्कर्ष पर पहुंच सके। इस प्रक्रिया का उपयोग सभी अनुसंधान और मूल्यांकन परियोजनाओं में किया जाता है, भले ही अनुसंधान पद्धति (जांच की वैज्ञानिक विधि, मूल्यांकन अनुसंधान, या क्रियात्मक अनुसंधान) कुछ भी हो। अतः वैज्ञानिक अनुसंधान की पूरी प्रक्रिया कई चरणों में संपन्न होती है – यह बहु-चरणीय प्रक्रिया (multi-step process) है।

यह प्रक्रिया एक व्यवस्थित तरीके से पार्क और मनोरंजन सेटिंग, अर्थात ऐसा सहज माहौल जहाँ अनुसंधानकर्ता स्वच्छंद एवं सहज होकर सोच विचार सके, में विचारों या विचारों का परीक्षण करने पर केंद्रित है। इस प्रक्रिया में, अध्ययन को इस तरह से प्रलेखित भी किया जाता है, अर्थात पूरी प्रॉसेस का इस तरह से डाकुमेंट भी तैयार किया जाता है, कि कोई अन्य व्यक्ति भी वही अध्ययन, चाहे तो, दोबारा कर सके। इसे अध्ययन की प्रतिकृति (कॉपी) कहा जाता है।

अध्ययन का दस्तावेजीकरण किए – डाकुमेंट बनाए – बिना किया गया कोई भी शोध ताकि अन्य लोग प्रक्रिया और परिणामों की समीक्षा कर सकें, वैज्ञानिक अनुसंधान प्रक्रिया का उपयोग करके की गई जांच नहीं है। वैज्ञानिक अनुसंधान प्रक्रिया एक बहु-चरणीय प्रक्रिया है जहां चरण प्रक्रिया के अन्य चरणों के साथ जुड़े होते हैं। यदि प्रक्रिया के एक चरण में परिवर्तन किए जाते हैं, तो शोधकर्ता को यह सुनिश्चित करने के लिए अन्य सभी चरणों की समीक्षा करनी चाहिए कि परिवर्तन पूरी प्रक्रिया में परिलक्षित होते हैं। पार्क और मनोरंजन पेशेवर अक्सर एजेंसी के भीतर अनुसंधान या मूल्यांकन परियोजनाओं के संचालन में शामिल होते हैं। इन पेशेवरों को अनुसंधान प्रक्रिया के नौ चरणों को समझने की आवश्यकता है क्योंकि वे एक अध्ययन आयोजित करने के लिए आवेदन करते हैं।

ये चरण निम्न लिखित हैं:

  1. समस्या की पहचान एवं कथन (Identification and statement of Problem)
  2. उद्देश्य निर्धारण (Formulation of Aims & Objectives)
  3. साहित्य सर्वेक्षण एवं पुनरीक्षण (Literature Review)
  4. परिकल्पना निर्माण (Hypothesis building)
  5. रिसर्च डिजाइन का चयन (Selection of Research Design)
  6. आँकड़ा संग्रह (Data Collection)
  7. आँकड़ा विश्लेषण (Data Analysis)
  8. परिकल्पना परीक्षण (Hypothesis Testing)
  9. परिणामों का इंटरप्रेटेशन एवं परिणाम प्रतिवेदन (Interpration of Results and Reporting)

अतः आगे हम बारी-बारी से इन सभी चरणों का विस्तार से अध्ययन करेंगे।