मध्यकालीन भारत/सैयद वंश
सैयद वंश अथवा सय्यद वंश दिल्ली सल्तनत का चौथा वंश था। इसका कार्यकाल १४१४ से १४५१ तक रहा था। इन्हें मुहम्मद के वंशज भी कहा जाता है। तैमूर लंग के लगातार आक्रमण ने दिल्ली सल्तनत के केन्द्रीय शक्ति का पूर्ण नाश कर दिया था तब उथल-पुथल भरे समय में, जब कोई केन्द्रीय सत्ता नहीं थी, सैयदों ने दिल्ली में अपनी शक्ति का विस्तार किया। इस वंश के चार राजाओं ने कुल 37 वर्ष तक शासन किया। इस वंश की स्थापना ख़िज्र खाँ (जिन्हें तैमूर ने मुल्तान (पंजाब क्षेत्र) का राज्यपाल नियुक्त किया था) ने २८ मई १४१४ को दौलत खान लोदी से दिल्ली की सत्ता छिनकर की।