"सिविल सेवा मुख्य परीक्षा विषयवार अध्ययन/बौद्ध धर्म &जैन धर्म": अवतरणों में अंतर

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पालि ग्रंथों में गाँव के तीन भेद किये गए हैं। अतः कथन (1) सत्य है।
प्रथम कोटि में सामान्य गाँव है जिनमें विविध वर्णों और जातियों का निवास होता था।द्वितीय कोटि में उपनगरीय गाँव थे जिन्हें शिल्पी-ग्राम कह सकते हैं, अतः कथन (2) असत्य है।
उल्लेखनीय है कि तृतीय कोटि में सीमांत ग्राम आते हैं, जो जंगल से संलग्न देहातों की सीमा पर बसे होते थे।
 
गौतम बुद्ध ब्राह्मणों,क्षत्रियों और गृहपतियों की सभा में गए, परंतु शूद्रों की सभा में उनके जाने का कोई उल्लेख नहीं मिलता है।अतःकथन (1)असत्य है|
दीघनिकाय प्राचीन बौद्ध पालिग्रंथ है।