"हिंदी कविता (रीतिकालीन) सहायिका/रहीम": अवतरणों में अंतर
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'''विशेष्य-'''
'''४''' '''पावस देखख रहीम मन, कोइल साधे मौन।'''
'''अब दादुर वक्त भए, हमको पूछे कौन।।'''
'''संदर्भ-''' रीतिकालीन नीतिश्रेष्ठ कवि रहीमदास की दोहावली पुस्तक के नीति के दोहे से अवतरित है।
'''प्रसंग-'''
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