"हिंदी कविता (रीतिकालीन) सहायिका/रहीम": अवतरणों में अंतर

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'''विशेष्यविशेष-'''दोहा छंद ,
 
 
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'''विशेष्यविशेष-'''
 
 
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'''विशेष्यविशेष-''' *कोयल के माध्यम से व्यक्त किया गया है
 
* मेंढक जैसे लोग महान बने फिर रहे हैं
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'''विशेष्यविशेष-'''
 
 
पंक्ति ११०:
 
 
'''विशेष्यविशेष-'''
 
 
पंक्ति १२८:
 
 
'''विशेष्यविशेष-'''