"हिंदी कविता (रीतिकालीन) सहायिका/बिहारी": अवतरणों में अंतर

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'''३.''' स्वतंत्र दोहा की रचना
 
'''४.''' अलंकार को साधन के रूप में प्रस्तुत किया है ना कि साध्य रूप में ।