"हिंदी कविता (रीतिकालीन) सहायिका/गिरिधर कविराय": अवतरणों में अंतर

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'''विशेष :-''' सरल रूप में नीतिगत दोहा
 
* कर्म का महत्व
* अवधी भाषा
* कुंडली में संचित की भावना
* यथार्वरक नीतिगत बात
* कर्म विचार पूर्व करना चाहिए
* जनसाधारण के समक्ष सुंदर भाषा है
* संदेश का रूप (सीजी स्पष्ट भाषा के)