"हिंदी कविता (आधुनिक काल छायावाद तक) सहायिका/संध्या सुंदरी": अवतरणों में अंतर

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{{संचरण|पिछला=सूर्यकांत त्रिपाठी निराला|अगला=बादल राग}}
<center><big>संध्या सुंदरी
</big><br></center>
 
 
''' संदर्भ -
संध्या सुंदरी' कविता छायावादी कवि सूर्य कांत त्रिपाठी ' निराला ' द्वारा उद्धृत है। निराला जी अपनी कविता जीवन से जुड़ी वस्तुओं का समावेशन करते हैं।