"अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी साहित्य/स्त्री कविता": अवतरणों में अंतर
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'''सीमा रेखा''' '''सात भाइयों के बीच चंपा'''</center> <poem>
चंपा सयानी हुई।
बाँस की टहनी-सी लचक वाली,
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नागफनी के बीहड़ घेरों के बीच
निर्भय-निस्संग चंपा
मुस्कुराती पाई गई।
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