शासन : चुनौतियाँ और मुद्दे/सुशासन द्वारा लोकतंत्र का सुदृढ़ीकरण
लोकतंत्र शासन के राजनीतिक पहलुओं का प्रतिनिधि है। इस संबंध में यह तर्क दिया जाता है कि, "जहां लोकतंत्र सरकार की वैधता, वहीं सुशासन सरकार की प्रभावशीलता का सूचक है"' लोकतंत्र और सुशासन, इन दो शब्दों के भिन्न अर्थों को "नीति-निर्माण" के उ्देश्य से यदि "अवधारणात्मक" और "व्यावहारिक" रूप से एक साथ लाया जाए तो इनमें सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है। सुशासन के विषय में यह कहा जा सकता है कि यह शक्ति, राजनीति और लोकतंत्र के विषय से संबंधित है।