जब कमर की एक या अधिक हड्डियां चिटक जाती हैं या टूट जाती हैं तो उसे 'पेल्विक फैक्चर' कहा जाता है। बहुत-से पेल्विक फ्रैक्चर इनका नतीजा होते हैं-

• कार दुर्घटना

• काफी ऊंचाई से गिरने

• हल्के से गिऱने, चोट लगने या आकस्मिक गति जिससे पेशियां कमर की किसी हड्डी को नोच कर अलग कर देती हैं। अगर आपके साथ कोई दुर्घटना हो गयी थी या किसी और तरह से चोट लग गयी थी तो यह पता लगाने के लिए आपकी जांच की जायेगी कि कहीं आपकी दूसरी हड्डियों या अंगों में चोट तो नहीं लगी है।

पेल्विक फ्रैक्चर के लक्षण

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• गुमटा पड़ना, सुकोमल हो जाना

• सूजन

• आपके योनि प्रदेश में सुन्नपन या पैरों के ऊपरी हिस्से में झुनझुनी होना

• खड़े होने पर परेशानी या दर्द

आपकी देख भाल

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शल्य क्रिया करके या बाहर से आपकी हड्डी में पिन चुभो कर आपके पेल्विक फैक्चर को बैठाना होगा। अगर आपको और कहीं चोट लगी है तो शल्य क्रिया के दौरान उनका भी उपचार किया जायेगा। अस्पताल छोड़ने के बाद आपको निम्न की जरूरत पड़ सकती हैः

• खून का थक्का जमने से रोकने के लिए खून पतला करने वाली दवाइयां

• कई महीने के लिए अपनी गतिविधियां सीमित करना

• अपनी कमर का घाव भरने में सहूलियत के लिए पलस्तर चढ़ाने, बैसाखी या वॉकर का उपयोग करना

• आपकी हड्डियों के घाव के बेहतर (ढंग से भरने और पेशियों की मजबूती के लिए भौतिकोपचार

अपने डाक्टर से तुरंत संपर्क करें अगरः

• आपकी छाती में अचानक दर्द होने लगे और सांस लेने में परेशानी हो।

• आपकी त्वचा में खुजली होने लगे, सूजन आ जाये या छाले पड़ जायें।

• आपका दर्द और सूजन बढ़ जाये।

• 38°C (101°F) से ज्यादा बुखार हो जाये।

अगर आपके मन में पेल्विक फ्रैक्टर को लेकर कोई सवाल है या आप किसी चीज को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या नर्स से बात करें।