सामान्य अध्ययन २०१९/महत्वपूर्ण दिवस

सामान्य अध्ययन २०१९
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23 अक्तूबर-मोल दिवस (Mole Day) प्रातः 6:02 बजे से सायं 6:02 बजे तक रसायनशास्त्रियों और रसायन विज्ञान के छात्रों द्वारा मोल दिवस मनाया गया। थीम:-वर्ष 2019 के लिये मोल दिवस की थीम डेस्पिका मोल मी! (Despica MOLE Me!) है।

रसायन विज्ञान में रुचि को बढ़ावा देने के तरीके के रूप में शुरू किया गया था।
यह दिवस अवोगाद्रो संख्या 6.02 × 1023 (Avogadro's Number 6.02 × 1023) के महत्त्व के रूप में मनाया जाता है।

यह संख्या किसी पदार्थ के एक मोल में कणों कि संख्या (परमाणुओं या अणुओं) को दर्शाती है तथा इकाइयों की अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली (International System of Units-SI UNITS) में से एक है। अवोगाद्रो संख्या क्या है? किसी भी पदार्थ के 1 मोल में मौजूद कणों (परमाणुओं, अणुओं या आयनों) की गणना 6.022 × 1023 के मान से की जाती है। अवोगाद्रो संख्या एक प्रयोगात्मक रूप से प्राप्त संख्या है तथा यह नाम इटालियन वैज्ञानिक अमेडियो अवोगाद्रो (Amedeo Avogadro) के सम्मान में रखा गया है। 1 मोल (किसी भी पदार्थ का) = 6.022 × 1023 अवोगाद्रो स्थिरांक 6.022 × 1023 को C-12 (Carbon-12) के 12 ग्राम में परमाणुओं की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है।

  • 21 सितंबर-विश्व शांति दिवस':- संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1981 में विश्व शांति दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद पहली बार वर्ष 1982 में विश्व शांति दिवस मनाया गया था। वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2001 तक सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया, लेकिन वर्ष 2002 से इसके लिये 21 सितंबर की तारीख निर्धारित कर दी गई।
इस साल विश्व शांति दिवस की थीम Climate Action for Peace रखी गई है।
  • 24 जुलाई, 2019 को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes- CBDT) तथा इसके सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में 159वाँ आयकर दिवस (Aaykar Diwas) मनाया गया।

भारत में पहली बार 24 जुलाई, 1860 को आयकर लागू किया गया था। 24 जुलाई 1860 को ब्रिटिश शासन द्वारा प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश शासन को हुए नुकसान की भरपाई के लिये सर जेम्स विल्सन द्वारा भारत में पहली बार आयकर पेश किया गया था।

  • 14 जुलाई शार्क जागरूकता दिवस के अवसर पर विश्व वन्यजीव कोष ((World Wildlife Fund- WWF) ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें भूमध्यसागरीय क्षेत्र में शार्क के जोखिमों पर प्रकाश डाला गया है। शार्क जागरूकता दिवस 2019 की थीम ‘The sharks in crisis: a call to action for the Mediterranean’ है।

विश्व वन्यजीव कोष (World Wildlife Fund- WWF) द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, भूमध्यसागर में आधे से अधिक शार्क (Sharks) एवं ‘रे’ (Ray) प्रजातियाँ खतरे में हैं, जिनमें से लगभग एक-तिहाई विलुप्त होने की कगार पर पहुँच गई हैं।

दुनिया भर में बढ़ती जनसंख्या के प्रति लोगों को जागररूक करने के लिये प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, मानवाधिकार और मातृत्व स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है। पहली बार 11 जुलाई, 1989 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया था, उस समय विश्व की जनसंख्या 500 करोड़ थी।

17 जून को ‘विश्व मरुस्थलीकरण और सूखा रोकथाम दिवस’ मरुस्थलीकरण की चुनौती से निपटने के लिये अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस दिवस को 25 साल पहले शुरू किया गया था। वर्ष 2019 में इस विश्व दिवस पर इसकी थीम ‘लेट्स ग्रो द फ़्यूचर टुगेदर’ (Let's Grow the Future Together) है। इस वर्ष इसमें भूमि से संबंधित तीन प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है- सूखा, मानव सुरक्षा और जलवायु।

8 जून विश्व महासागर दिवस यह दिवस महासागरों के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिये मनाया जाता है। वर्ष 2019 के लिये इस दिवस की थीम ‘Gender and oceans’ है।विश्व महासागर दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव वर्ष 1992 में रियो डी जेनेरियो में आयोजित 'पृथ्वी ग्रह' नामक फोरम में लाया गया था। इसी दिन विश्व महासागर दिवस को हमेशा मनाए जाने की घोषणा भी की गई थी। लेकिन संयुक्त राष्ट्र संघ ने इससे संबंधित प्रस्ताव को वर्ष 2008 में पारित किया था औऱ इस दिन को आधिकारिक मान्यता प्रदान की थी। पहली बार विश्व महासागर दिवस 8 जून, 2009 को मनाया गया था। इसका उद्देश्य केवल महासागरों के प्रति जागरुकता फैलाना ही नहीं बल्कि दुनिया को महासागरों के महत्त्व और भविष्य में इनके सामने खड़ी चुनौतियों से भी अवगत कराना है। इस दिन कई महासागरीय पहलुओं जैसे- सामुद्रिक संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग, पारिस्थितिक संतुलन, खाद्य सुरक्षा, जैव-विविधता तथा जलवायु परिवर्तन आदि पर भी प्रकाश डाला जाता है।

7 जून, 2019 को पहली बार विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (World Food Safety Day) मनाया गया।संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से इसे अपनाया गया था। 2019 के विश्‍व खाद्य सुरक्षा दिवस की थीम 'खाद्य सुरक्षा सभी का सरोकार' (Food Safety, Everyone’s Business) है। संयुक्त राष्ट्र ने अपनी दो एजेंसियों- खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO) तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) को दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिये नामित किया है

3 जून विश्व साइकिल दिवस
  • संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल ही 3 जून को विश्व साइकिल दिवस के तौर पर घोषित किया था।
  • दुनियाभर की सरकारें और पर्यावरण की चिंता करने वाले लोग शहरी पर्यावरण की सुरक्षा के लिये साइकिल सवारी को बढ़ावा देने में जुटे हैं।
  • फ्रांस ने अपनी राजधानी पेरिस को वर्ष 2020 तक दुनियाभर की साइकिलिंग राजधानी बनाने के लिये 1.5 करोड़ यूरो की योजना बनाई है।
  • उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद की जन साइकिल भागीदारी योजना के एक स्मार्ट साइकिल स्टेशन का भी उद्घाटन किया।
  • नई दिल्ली नगर पालिका परिषद क्षेत्र में इस तरह के 50 स्मार्ट साइकिल स्टेशन बनाने की योजना है।
  • इस वर्ष विश्व साइकिल दिवस की थीम Less Cycling Affecting Health & Environment रखी गई है।
1 जून-विश्व दुग्ध दिवस का मुख्य उद्देश्य दूध और इससे संबंधित उद्योगों को प्रोत्साहन देना है। इसके अलावा इस दिवस को मनाने का उद्देश्य प्राकृतिक दूध के बारे में लोगों के बीच जागरूकता उत्पन्न करना भी है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा विश्व दुग्ध दिवस की स्थापना की गई थी और पहली बार 1 जून, 2001 को इस दिवस का आयोजन किया गया था। दूध में हमारे शरीर के लिये आवश्यक सभी पोषक तत्त्व पाए जाते हैं, जिनमें कैल्सियम, मैगनिशियम, जिंक, फॉसफोरस, ऑयोडीन, आइरन, पोटेशियम, फोलेट्स, विटामिन-ए, विटामिन-डी, राइबोफ्लेविन, विटामिन-बी12, प्रोटीन, गुड फैट आदि शामिल हैं। इस वर्ष विश्व दुग्ध दिवस की थीम Drink Milk: Today & Everyday रखी गई है।


4 मई-अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस।4 जनवरी, 1999 को ऑस्ट्रेलिया के वनों में लगी आग बुझाने के दौरान पाँच अग्निशमनकर्मियों की मौत के बाद अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन कर्मचारी दिवस की स्थापना के लिए विश्वभर में प्रस्ताव भेजे गए थे। अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक लाल और नीला रिबन है। इसमें लाल रंग आग को दर्शाता है और नीला रंग पानी को; और ये रंग दुनियाभर में आपातकालीन सेवाओं का संकेत देते हैं।
3 मई को ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ (World Press Freedom Day) मनाया जाता है।इस वर्ष की थीम ‘Media for Democracy: Journalism and Elections in Times of Disinformation’ है। यूनेस्को की जनरल कॉफ्रेंस की सिफारिश के बाद दिसंबर 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी। तब से हर वर्ष 3 मई (विंडहोक घोषणा की सालगिरह) को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

1 मई को दुनिया भर में ‘अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस’ (International Labor Day) मनाया जाता है। इसे मई दिवस (May Day) के नाम से भी जाना जाता है। दुनिया भर में सभी कामगारों व श्रमिकों के सम्मान में यह दिवस आयोजित किया जाता है। हेमार्केट नरसंहार 1886 में अमेरिकी मज़दूर संघों द्वारा यह निश्चय किया गया कि वे 8 घंटे से अधिक काम नहीं करेंगे और उन्होंने अपनी मांग के समर्थन में हड़ताल शुरू कर दी। इस हड़ताल के दौरान शिकागो के हेमार्केट में एक बम विस्फोट की घटना हुई, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हुए। इस घटना की प्रतिक्रिया में पुलिस ने जवाबी कार्यवाही करते हुए मज़दूरों पर गोली चला दी जिसमें इसमें कई मज़दूर मारे गए। वर्ष 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन (International Socialist Conference) ने हेमार्केट नरसंहार (Haymarket Massacre) में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में इस दिवस को मनाने का फैसला किया था।
26 अप्रैल को दुनियाभर में विश्व बौद्धिक संपदा दिवस (World Intellectual Property Day) का आयोजन किया गया। पेटेंट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिज़ाइन, कॉपीराइट इत्यादि जैसे मुद्दे बौद्धिक संपदा के तहत आते हैं। बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता है। विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) ने वर्ष 2000 में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी। WIPO संयुक्त राष्ट्र की 15 विशिष्ट एजेंसियों में से एक है। इस वर्ष विश्व बौद्धिक संपदा दिवस की थीम Reach for Gold: IP & Sports रखी गई है। 25 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। यूनिसेफ ने 25 अप्रैल 2008 को पहली बार इस दिवस के आयोजन की शुरुआत की थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य मलेरिया के प्रति जनता को जागरूक करना है। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग साढ़े 8 लाख लोग मलेरिया की वज़ह से मारे जाते हैं। इनमें से 90% अफ्रीका के सहारा क्षेत्र में मारे जाते हैं।
23 अप्रैल-विश्व पुस्तक दिवस-इस वर्ष विश्व पुस्तक दिवस की थीम ‘As a vector of knowledge, books bring people together around a story and a common heritage while revealing their specificities through different cultures, identities and languages’ रखी गई है। यूनेस्को हर साल इस मौके पर कार्यक्रमों का आयोजन करता है और विश्व पुस्तक दिवस की थीम तैयार करता है। यूनेस्को थीम की मदद से लोगों के बीच किताब पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना चाहता है। किताबी दुनिया में कॉपीराइट एक अहम मुद्दा है, इसलिये विश्व पुस्तक दिवस पर इस मुद्दे पर भी ज़ोर दिया जाता है। इसी वज़ह से दुनिया के कई हिस्सों में इसे विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। इस अवसर पर UAE के शारजाह शहर को 2019 के लिये World Book Capital के तौर पर चुना गया है। पहला विश्व पुस्तक दिवस 23 अप्रैल, 1995 को मनाया गया था।


22 अप्रैल को पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस (Earth Day) मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम ‘प्रोटेक्ट अवर स्पीशीज़’ (Protect Our Species) है।पृथ्वी दिवस नेटवर्क पूरी दुनिया में इस दिवस का आयोजन करता है। पृथ्वी के पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 1970 में तत्कालीन अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने अमेरिका में प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (अर्थ डे) मनाने की शुरुआत की थी।

21 अप्रैल को 13वें लोक सेवा दिवस का आयोजन किया गया। आज ही के दिन स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय लोक सेवा आयोग के पहले बैच को 'Steel Frame of India' कहकर संबोधित किया था। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा के सदस्यों द्वारा स्वयं को नागरिकों के प्रति एक बार फिर समर्पित और वचनबद्ध करना है। सिविल सेवा में चुने जाने वाले सरकार की नीतियों को लागू करने और यह सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि लोगों को विकास की पहलों का लाभ मिले। भारत सरकार ने 2006 से प्रत्येक वर्ष 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के रूप मनाने का निर्णय लिया था।

18 अप्रैल विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) यूनेस्को द्वारा हर साल आयोजित। ट्यूनीशिया में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ माउंटेंस एंड साइट्स द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में 18 अप्रैल,1982 को विश्व धरोहर दिवस मनाने का सुझाव दिया गया, जिसे कार्यकारी समिति द्वारा मान लिया गया। नवंबर,1983 में यूनेस्को के सम्मेलन के 22वें सत्र में हर साल 18 अप्रैल को वर्ल्ड हेरिटेज डे मनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया।

17 अप्रैल को ‘विश्व हीमोफीलिया दिवस’ (World Hemophilia Day) वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया (World Federation of Hemophilia-WFH) के संस्थापक फ्रैंक कैनबेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसकी शुरुआत वर्ष 1989 में की गई थी। यह एक अनुवांशिक बीमारी है, जिससे पुरुष पीड़ित होते हैं और महिलाएँ इस बीमारी की वाहक होती हैं। इसमें एक व्यक्ति में 'क्लोटिंग कारक' नामक प्रोटीन के निम्न स्तर होते हैं, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव होता है परिणामस्वरूप रक्त का थक्का नहीं बनता है।

विश्व एलर्जी संगठन (World Allergy Organization) ने 7-13 अप्रैल तक विश्व एलर्जी सप्ताह का आयोजन किया। इस वर्ष विश्व एलर्जी सप्ताह की थीम The Global Problem of Food Allergy रखी गई है। प्रत्येक वर्ष विश्व एलर्जी संगठन एक अलग थीम पर काम करता है जिसमें लोगों को जागरूक करने की अधिक आवश्यकता होती है। विश्व प्रसिद्ध पुस्तक लिविंग विद फूड एलर्जीज़ के लेखक एलेक्स गजोला के अनुसार हर देश में फूड एलर्जी के अलग कारण होते हैं। ज्ञातव्य है कि पहली बार जुलाई 2005 में द्विवार्षिक विश्व एलर्जी कॉन्ग्रेस के सहयोग से विश्व एलर्जी दिवस आयोजित करने की शुरुआत हुई थी।

  • 13 अप्रैल,2019 को जलियाँवाला बाग हत्याकांड की 100वीं वर्षगांठ पर अमृतसर के जलियाँवाला बाग स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में शहीदो को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।साथ हीं स्मारक सिक्का और डाक टिकट का विमोचन किया जाएगा।संसद ने ‘जलियाँवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक अधिनियम,1951’ के द्वारा इस बाग को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया था। इस स्मारक का प्रबंधन जलियाँवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक न्यास Jallianwala Bagh National Memorial Trust-JBNMT) करता है।

10 अप्रैल-विश्‍व होम्‍योपैथी दिवस केंद्रीय होम्‍योपैथी अनुसंधान परिषद (Central Homoeopathic Research Council (CCRH) द्वारा 9-10 अप्रैल, 2019 को नई दिल्‍ली के डॉ. अम्‍बेडकर अंतर्राष्‍ट्रीय केंद्र में दो-दिवसीय सम्‍मेलन का आयोजन किया गया। केंद्रीय होम्‍योपैथी अनुसंधान परिषद (CCRH) आयुष मंत्रालय के तहत एक स्‍वायत्त अनुसंधान संगठन है। होम्‍योपैथी के संस्‍थापक डॉ. क्रिश्‍चियन फ्रेडरिक सेमुएल हनीमैन के जन्‍मदिवस पर आयोजित। इस अवसर पर होम्‍योपैथी के क्षेत्र में असाधारण कार्यों को मान्‍यता देने के उद्देश्‍य से होम्‍योपैथी से संबंधित आयुष पुरस्‍कार, जिसमें लाईफ टाइम अचीवमेंट, बेस्‍ट टीचर, युवा वैज्ञानिक और सर्वश्रेष्‍ठ अनुसंधान शामिल हैं, प्रदान किया जाएगा। इस बार विश्‍व होम्‍योपैथी दिवस पर 24 छात्रों को होम्‍योपैथी के क्षेत्र में अल्‍पकालिक छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी और चार छात्रों को ’होम्‍योपैथी में क्‍वालि‍टी एम.डी. डिसर्टेशन’ (Quality MD Dissertation in Homoeopathy) के लिये छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी।

  • 4 अप्रैल-अंतर्राष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस
  • 8 दिसंबर 2005 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी।
  • इस वर्ष इस दिवस की थीम United Nations Promotes SDGs – Safe Ground-Safe Home रखी गई है।
  • इसका उद्देश्य खदान सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना है। साथ हीं उन देशों में राष्ट्रीय खदान-कार्य क्षमता स्थापित करना और विकसित करने में सहायता करना है, जहाँ खदानों और विस्फोटक युद्ध अवशेष सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा पैदा करते हैं। संयुक्त राष्ट्र की खान कार्रवाई सेवा (UNMAS) पिछले लगभग 20 वर्षों से प्रभावित लोगों की समस्याओं को सुलझाने और आम नागरिकों को विस्फोटक से पैदा हुए खतरों का समाधान करने का प्रयास कर रही है।

भारत में 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस (National Maritime Day) मनाया जाता है। आज से ठीक सौ साल पहले 5 अप्रैल 1919 को पहला भारतीय समुद्री जहाज़ (Indian Ship) मुंबई से ब्रिटेन (Mumbai to Britain) की यात्रा पर रवाना हुआ था इसकी याद में 1964 से हर साल 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को भारतीय जहाजरानी उद्योग की गतिविधिओं के साथ-साथ भारत की अर्थव्यवस्था में इसकी अहम भूमिका से रूबरू कराना है

21 मार्च अंतर्राष्ट्रीय नस्लीय भेदभाव उन्मूलन दिवस।इस वर्ष इसकी थीम ‘मिटीगेटिंग एंड काउंटरिंग राइज़िंग नेशनलिस्ट पोपुलिज़्म एंड इक्सट्रीम सुपरमेसिस्ट आईडियोलॉजी’ (Mitigating and countering rising nationalist populism and extreme supremacist ideologies) है।

  • 21 मार्च, 1960 को पुलिस ने दक्षिण अफ्रीका के शार्पविले में लोगों द्वारा नस्लभेदी कानून के खिलाफ किये जा रहे एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान आग लगा दी और 69 लोगों को मार डाला।
  • 1966 में इस दिन को याद करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नस्लीय भेदभाव के सभी रूपों को खत्म करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया।
  • 1979 में इस दिन महासभा ने जातिवाद और नस्लीय भेदभाव के प्रति कार्रवाई के लिये कुछ कार्यक्रम अपनाए।
  • इसी अवसर पर महासभा ने निर्णय लिया कि 21 मार्च से विश्व में प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जाएगा।
  • नस्लीय भेदभाव-किसी व्यक्ति या समुदाय से उसके जाति, रंग, नस्ल इत्यादि के आधार पर घृणा करना या उसे समान्य मानवीय अधिकारों से वंचित करना।[]
  1. www.un.org