यह पाठ्य-पुस्तक कलकत्ता विश्वविद्यालय के एम० ए० के (तृतीय सत्रार्द्ध) के पाठ्यक्रम (CC-11) को ध्यान में रखकर बनाई गई है। अन्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी भी सामग्री से लाभान्वित हो सकते हैं तथा संबंधित संकाय अध्यापकों द्वारा इसमें यथोचित विस्तार किया जा सकता है।


विषय-सूची

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  1. रस का स्वरूप, रस के अंग
  2. साधारणीकरण, सह्रदय की अवधारणा, प्रमुख रसवादी आचार्यों की अवधारणा
  3. अलंकार सिद्धान्त : प्रमुख स्थापनाएँ
  4. वक्रोक्ति सिद्धान्त : वक्रोक्ति की अवधारणा, वक्रोक्ति के भेद, वक्रोक्ति और अभिव्यंजनावाद
  5. ध्वनि सिद्धान्त : ध्वनि का स्वरूप और ध्वनि काव्य का वर्गीकरण
  6. प्रमुख बीज शब्द : अनुभूति, कल्पना, भाववाद, मानवतावाद
  7. प्रमुख बीज शब्द : प्रतिबद्धता, आलोचनात्मक यथार्थवाद, अति यथार्थवाद, विलगाव और व्यर्थताबोध