सिविल सेवा मुख्य परीक्षा विषयवार अध्ययन/निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र
- जीवन को सार्थक बनाना है तो पहले उसका उद्देश्य समझना होगा।
- यदि गलती सुधारना चाहते हैं तो पहले उसे स्वीकार करना सीखिए।
- आत्म विश्लेषण से ही स्वयं में सुधार संभव हो सकता है।
- ईमानदारी उत्थान का मार्ग है।
- ध्यान की दौलत से कार्य करने की क्षमता अपने आप बढ़ती है।
- नम्रता से पेश आने में कुछ भी खर्च नहीं होता।
- जीवन में रिश्ते से अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उन रिश्तो में जीवन हो।
- समय मूल्यवान है लेकिन सत्य समय से भी ज्यादा मूल्यवान है।