हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल)/महावीरप्रसाद द्विवेदी की भूमिका

महावीर प्रसाद द्विवेदी का सम्मान करने के लिए सरस्वती का विशेष अंक निकला। इस द्विवेदी स्मृति अंक में शिव प्रसाद गुप्त ने द्विवेदी जी की उपेक्षा के संबंध में लिखा कि- "मैं भली भाँति इसका अनुभव कर सकता हूँ कि हिंदी के ऐसे उत्कट युग प्रवर्तक विद्वान सेवक का हिंदी जनता ने कुछ भी खयाल न किया।" रामविलास शर्मा लिखते हैं कि - "प्रसिद्ध हो चाहे अज्ञातनाम द्विवेदी जी अपना ध्यान इस बात पर केंद्रित करते थे कि वह लिखता क्या है। "