हिन्दी कविता (मध्यकाल और आधुनिक काल) सहायिका/बिहारी
बिहारीलाल का जन्म संवत् 1603 ई. ग्वालियर में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे (चतुर्वेदी) थे। उनके पिता का नाम केशवराय था। जब बिहारी 8 वर्ष के थे तब इनके पिता इन्हे ओरछा ले आये तथा उनका बचपन बुंदेलखंड में बीता। इनके गुरु नरहरिदास थे और युवावस्था ससुराल मथुरा में व्यतीत हुई, जैसे की निम्न दोहे से प्रकट है -
- जन्म ग्वालियर जानिये खंड बुंदेले बाल।
- तरुनाई आई सुघर मथुरा बसि ससुराल॥