हृदयगति का रुक जाना
हृदयगति के रुकने, जिसे रक्ताधिक्य हृदपात (congestive heart failure) भी कहा जाता है, के कारण हृदय की मांसपेशी कमज़ोर हो जाती है और उतनी ताकत से पम्प नहीं करती जितनी ताकत से इसे करना चाहिए। रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है और आपके फेफड़ों और शरीर के अन्य अंगों में तरल पदार्थ एकत्र हो सकता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि आपके हृदय ने रक्त को पम्प करना बंद कर दिया है। हृदय गति का रुक जाना हृदपात ठीक नहीं होता, इसलिए आपको यह जानने की आवश्यकता होगी कि अपने रोग पर कैसे नियंत्रण करना है।
हृदयगति के रुकने के कारण
सम्पादन- हृदय-रोग
- उच्चरक्तचाप
- हृदय के वाल्व की समस्याएँ
- फेफड़े के रोग
- कोई संक्रमण या विषाणु
- एल्कोहॉल और नशीली दवाओं का अत्यधिक उपयोग करना
- जन्म के समय हृदय रोग
- थायरायड या गुर्दे का रोग
आपकी देखभाल
सम्पादन- अपने चिकित्सक के आदेश के अनुसार दवाओं का सेवन करें।
- प्रत्येक सुबह एक ही समय पर अपना वज़न करें। अपने दैनिक वज़न का लेखा-जोखा रखें।
- खाने की चीज़ों और पेय पदार्थों में नमक या सोडियम कम कर दें।
- नीचे दिए गए किसी भी लक्षण के होने पर अपने चिकित्सक को फोन करें-फोन करने में देरी न करें।
- इस बात पर ध्यान दें कि आप कैसा अनुभव कर रहे हैं।
- प्रतिदिन व्यायाम करें, पर ज़रूरत के अनुसार आराम करें।
- टखने की सूजन को कम करने के लिए अपने पैरों को ऊपर रखें।
- अपने चिकित्सक से निर्धारित समय पर मिलें।
- यदि आपका वज़न अधिक हो, तो इसे कम करें।
- धूम्रपान छोड़ दें।
- एल्कोहॉल का सेवन न करें।
- प्रति वर्ष फ्लू का टीका लगवाएँ। अपने चिकित्सक से न्यूमोनिया के टीके के बारे में बात करें।
- यदि आपका चिकित्सक आदेश दे, तो प्रतिदिन लिए जाने वाले तरल पदार्थों की मात्रा कम कर दें।
- यदि आपको निम्नलिखित हो, तो अपने चिकित्सक को तुरन्त फोन करें
- आपका वज़न एक दिन में 2 पाउंड या 1 किलोग्राम या 5 दिनों में 3 से 5 पाउंड या 1 से 2 किलोग्राम बढ़ गया हो।
- आपकी टाँगों, पैरों, हाथों या पेट मे सूजन हो या आप यह अनुभव करते हों कि आपके जूते, कमरबंद या अंगूठियाँ तंग हो गई हैं।
- आपकी साँस फूलती हो।
- आप सोते समय अधिक तकियों का उपयोग करते हों या आपको कुर्सी पर सोना पड़ता हो।
- आपको रात के समय खाँसी आती हो या बलगम बढ़ गया हो या सीने में रक्त का जमाव हो।
- आप अधिक थकान और कमज़ोरी महसूस करते हों।
- आपकी भूख कम हो गई यह आपको मतली हो।
- आपको चक्कर आते हों या घबराहट होती हो।
- आप पहले से कम बार मूत्रत्याग करते हों।
- यदि आपको निम्नलिखित हो, तो तुरन्त फोन करें
- आराम करते समय भी साँस फूलती हो।
- आपके सीने में दर्द, दबाव या जकड़न हो।
- बेहोशी
- आपके हृदय की धड़कन तेज़ और अनियमित हो।
यदि आपको कोई प्रश्न या शंका हो, तो अपने चिकित्सक या नर्स से बात करें।