अक्षय ऊर्जा/तरंग ऊर्जा
यह सभी को पता है कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत भाग जल से ढका हुआ है। इस क्षेत्र में लहर भी होती है। इसे तरंग ऊर्जा भी कहते हैं। यह ऊर्जा प्रकृति में अपने आप ही बनती है और यह एक प्रकार कि अक्षय ऊर्जा है। इसका उपयोग करने के लिए कई तरह के उपकरण का उपयोग किया जा सकता है, जिससे इस ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा के रूप में उपयोग कर लिया जाता है।
इसमें से एक उपकरण में मोटर और पंखा होता है। नीचे और ऊपर वायु के आने जाने के लिए मार्ग भी होता है। जब लहर में हलचल होता है तो वह पंखा वायु के ऊपर नीचे होने के कारण घूमने लगता है और मोटर के विद्युत ऊर्जा उत्पन्न होने लगती है।