गणित का इतिहास
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यदि आपको गणित के इतिहास के बारे में जानना है, तो उससे पहले आपको इसके अंकों के बारे में जानना होगा।

अंक सम्पादन

  • देवनागरी लिपि के अंक : ०१२३४५६७८९
  • अरबी लिपि के अंक : ۰ ١ ٢ ٣٤٥٦٧٨٩
  • रोमन लिपि के अंक : I,II,III,IV,V,VI,VII,VIII,IX,X
  • हिन्दू-अरबी अंक : 0123456789

सर्वप्रथम ब्रह्मी लिपि में अंकों का विकास हुआ था। उसके बाद अन्य भारतीय लिपियों में इसका उपयोग होने लगा। इसके बाद अरब से लोग जब आए तो अपने साथ ही इन अंकों के ज्ञान को ले गए और अरबी लिपि में भी इस तरह के अंकों का विकास हुआ। रोमन लिपि के अंकों को पढ़ और याद करना पाना बहुत कठिन काम था। इसके बाद भारतीय अंकों को देख कर हिन्दू-अरबी अंक बनाया गया। इसे कई लोग भारतीय अंकों का अंतरराष्ट्रीय रूप भी कहते हैं। कई बार इसे अरबी अंक भी कहा जाता है। इसे मुख्य रूप से हिन्दू-अरबी अंक कहा जाता है।