योग और हमारा स्वास्थ्य/उत्तानपादासन
- उत्तान पादासन करने की विधि
- सर्वप्रथम सीधे चित पीठ के बल लेट जाइए।
- हाथों को शरीर के बिल्कुल बराबर में रख लीजिए। हथेलियाँ ज़मीन की तरफ रखें।
- अब दोनो पैरों को साँस लेते हुए धीरे धीरे उपर उठाइए (60 डिग्री का कोण बनाते हुए ) 5-7 सेकेंड रोकिए
- अब साँस निकलते हुए धीरे धीरे पैरों को वापिस लाइए इस अभ्यास को 4-5 बार दोहरा सकते हैं।
- उत्तान पादासन करने की सावधानी
कमर दर्द व स्लिप डिस्क के रोगी इस अभ्यास को न करें।
- उत्तान पादासन करने की लाभ
- पेट की चर्बी को कम करता है ।
- पाचन क्रिया ठीक रखता है।
- नाभि को अपनी जगह संतुलित रखता है।
- क़ब्ज़ में काफ़ी लाभदायक है।
- शुगर के रोगियों के लिए बहुत लाभकारी है।