यूनिकोड/हानि
यूनिकोड के साथ लाभ तो है ही लेकिन साथ साथ कई सारे नुकसान भी है। सामान्यतः सॉफ्टवेयर को यूनिकोड के उपयोग हेतु नहीं बनाया जाता है। अर्थात कोई भी कम्प्युटर या मोबाइल या उसके अनुप्रयोग, किसी को भी यूनिकोड हेतु नहीं बनाया जाता है। इसमें कई लोग काम अधिक न करने के लिए इसमें यूनिकोड समर्थन नहीं डालते हैं। यह तो केवल एक ही कारण हुआ, लेकिन कई ऐसे कारण है, जिसके कारण यूनिकोड से हानि भी होती है, लेकिन हमारे पास लिपियों के उपयोग हेतु इसी का सहारा है।
हानि
सम्पादनसभी सॉफ्टवेयर में अनुपलब्ध
सम्पादनहर सॉफ्टवेयर में यूनिकोड नहीं होता है। कई लोग अपने सॉफ्टवेयर को बनाते समय जल्दबाजी करते हैं और यूनिकोड के लिए थोड़ा भी समय नहीं देते हैं। इस कारण उन सॉफ्टवेयर में यूनिकोड वाले लिपि काम नहीं करते हैं। इसके लिए भी दूसरे सॉफ्टवेयर को ढूंढना पढ़ता है।
फ़ाइल में यूनिकोड
सम्पादनफ़ाइल में अलग से विकल्प होता है कि हम उसे यूनिकोड में सहेजें या नहीं। यदि हम यूनिकोड में उस फ़ाइल को नहीं रखते तो उसमें हम अन्य लिपियों में जानकारी नहीं डाल सकते हैं।
आकार
सम्पादनएएससीआईआई में लिखा हुआ कोई भी फ़ाइल कम्प्युटर का मोबाइल के सिस्टम या तंत्र में मूल रूप लिखा होने के कारण इसके अक्षर के लिए अधिक स्मृति आकार की आवश्यकता नहीं होती है। जबकि यूनिकोड में उतना ही शब्द लिखने में लगभग चार गुनी स्मृति आकार का उपयोग हो जाता है। अब तक किसी ने भी देवनागरी लिपि आदि के लिए एएससीआईआई की तरह का उपयोग नहीं किया है। ऐसे कम्प्युटर या मोबाइल बनते तो इससे यूनिकोड के कारण हो रही सभी परेशानी पूरी तरह हल हो जाती।