विशिष्ट आपेक्षिकता
यह पुस्तक दो भागों विभक्त की गयी है, इसमें परिचयाप्तमक पाठ और थोड़े उन्नत पाठ शामिल हैं। दोनों तरह के पाठ समान विषयों को समाहित करते हैं। स्नातक के विद्यार्थी अपने इसकी अपने पाठ्यक्रम से तुलना करें और उसके बाद उचित रूप से पढ़ें।
परिचयात्मक पाठ
सम्पादनआपेक्षिकता का सिद्धान्त
- आपेक्षिकता का सिद्धान्त
- निर्देश तंत्र, घटनायें और रूपांतरण
- विशिष्ट आपेक्षिकता
- विशिष्ट आपेक्षिकता के अभिगृहित
समकालिकता, समय विस्फारण और लम्बाई संकुचन
- समकालिकता की आपेक्षिकता और एण्ड्रोमेडा परोक्षक
- लम्बाई संकुचन की प्रकृति
- लम्बाई में संकुचन के प्रमाण, अनन्त सरल धारा का क्षेत्र
- डी ब्रोगली तरंगे
- यमल परोक्षक
- सोपानी परोक्षक
- वेगों का योग
- परिचय
- संवेग
- बल
- द्रव्यमान और ऊर्जा
- परिचय
- ईथर कर्षण परिकल्पना
- माइकलसन मोर्ले प्रयोग
- माइकलसन मोर्ले प्रयोग का गणितीय विश्लेषण
- लॉरेंट्स-फिट्ज़राल्ड परिकल्पना
प्रकाश से तेज सिग्नल, कारणता और विशिष्ट आपेक्षिकता
उन्नत पाठ
सम्पादनगणितीय रूपांतरण
- परिचय
- लोरेन्ट्स रूपांतरण
- दिक्-काल की रैखिकता और समांगिता
- लोरेन्ट्स रूपांतरण
- लम्बाई में संकुचन, समय विस्फारन और कला
- अतिपरवलयीक ज्यामिति
- वेगों का योग
- त्वरण रूपांतरण
तरंगे
- आपेक्षिक तरंगे
- आपेक्षिकता के सिद्धान्त का अनुप्रयोग
- आपेक्षिक तरंगों की विशेषतायें
- डॉप्लर प्रभाव
आपेक्षिक गतिकी
- परिचय
- संवेग
- आपेक्षिक द्रव्यमान
गणितीय दृष्टिकोण
- सदिश
- आव्युह
- रैखिक रूपांतरण
- सूचक संकेतन
- वक्री फलकों और उनके रूपांतरण का विश्लेषण
- चतुर्सदिश
प्रश्न
परिशिष्ट
सम्पादन- लोरेन्ट्स रूपांतरण समीकरणों की गणित