खोज परिणाम
इस विकि पर "विकास अवस्था" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
- अपनी बात अपनी योनि के दूसरे सदस्यों तक पहुँचता था। मनुष्य अपनी प्रारंभिक अवस्था में अन्य पशुओं की अपेक्षा अधिक बुद्धि-संपन्न था, इसमें कोई संदेह नहीं। बंदर...६ KB (४२१ शब्द) - १६:०४, १७ दिसम्बर २०२२
- है- इसमें भी भरपूर साहित्य मिलता है। अपभ्रंश मध्यकालीन आर्यभाषा की तीसरी अवस्था का नाम है। व्याडि और महाभाष्यकार पंतजलि ने संस्कृत के मानक शब्दों से भिन्न...२९ KB (२,११९ शब्द) - १६:०८, १७ दिसम्बर २०२२
- अवस्था में बालक अपने अनुभवों को शब्दों में व्यक्त करता। इस प्रकार बालक प्रतीकों (Symbols) का उनके मूल विचारों से सम्बन्धित करने की योग्यता का विकास करता...९ KB (६३४ शब्द) - ०५:११, २६ जुलाई २०२१
- विश्व की प्राचीनतम ज्ञान लिपि है। लिपि की आरंभिक अवस्था चित्रात्मक थी। चित्रों के प्रयोग के कारण इस अवस्था की लिपि को चित्र लिपि कहा जाता है। यह चित्र सरल...७ KB (५४२ शब्द) - ०३:३१, १९ दिसम्बर २०२२
- स्वर-तंत्रियों की मुख्यतः तीन अवस्थाएँ होती हैं— स्वर-तंत्रियों की सामान्य अवस्था जिसमें वे पृथक, शिथिल, निःस्पंद पड़ी रहती है। इस अवस्था में श्वास-निश्वास की...२४ KB (१,८२६ शब्द) - १६:०६, १७ दिसम्बर २०२२
- संज्ञा दी गई ।'नवजागरण' शब्द मध्ययुग और आधुनिक युग के बीच की संक्रान्ति की अवस्था का वाचक है । दरअसल यूरोप में 13वीं सदी से लेकर 16वीं सदी के मध्य तक एक बौद्धिक...५ KB (३०४ शब्द) - १०:४७, ७ जून २०२०
- हिन्दी एकांकी के विकास की चौथी अवस्था स्वतंत्रता के पश्चात् प्रारम्भ होती है, जिसे स्वातंत्रयोत्तर युग के नाम से जाना जाता है। इस अवस्था में हिन्दी एकांकियों...२४ KB (१,५०० शब्द) - ०५:४७, १० जुलाई २०२१
- की शिक्षा बालिकाओं से 6 के उपरांत आरंभ करनी चाहिए, बालिकाओं का शैशब अवस्था में विकास अधिक तीव्र गति से होता है। इनका मानना है कि बालिकाएं बालकों की अपेक्षा...२० KB (१,४६४ शब्द) - ०५:०१, ३० जुलाई २०२१
- उसकी रचना से हमें आध्यात्मिक आनंद और बल मिले। सुधार की जिस अवस्था में वह हो, उससे अच्छी अवस्था आने की प्रेरणा हर आदमी में मौजूद रहती है। हममें जो कमजोरियाँ...७२ KB (५,६५२ शब्द) - ०४:५५, २५ जुलाई २०२१
- उसकी रचना से हमें आध्यात्मिक आनंद और बल मिले। सुधार की जिस अवस्था में वह हो, उससे अच्छी अवस्था आने की प्रेरणा हर आदमी में मौजूद रहती है। हममें जो कमजोरियाँ...७० KB (५,५३९ शब्द) - ११:४८, ४ जनवरी २०२२
- का तार्किक विकास है। महायान बौद्ध धर्म में बोधिसत्व अवलोकितेश्वर पद्मपाणि बोधिसत्त्व पद्मापानी:-अजंता में चित्रित चित्रकारी। हीनयान अवस्था का विशालतम...३ KB (१६८ शब्द) - ०८:१५, १० जनवरी २०२०
- भाषा शिक्षण/भाषा कौशल (अनुभाग श्रवण कौशल के विकास की समस्याएं (Problems in the development of hearing skills):)छात्रों को दो प्रकार से लाभ होता है| प्रथम अवस्था में छात्र शिक्षक के प्रति विश्वास रखने लगता है तथा दूसरी अवस्था में वह उसके तथ्यों को ध्यानपूर्वक सुने लगता...४४ KB (२,९८२ शब्द) - १५:०२, १० मार्च २०२२
- दिया गया। प्लाज़्मा पदार्थ की एक अवस्था है जिसे अक्सर गैसों के उपसमुच्चय के रूप में जाना जाता है,लेकिन ये दोनों ही अवस्थाएँ व्यवहार में बहुत अलग होती हैं।...२३ KB (१,७०३ शब्द) - ०५:१६, ३० जुलाई २०२१
- प्रसारित की जा रही है, उसे उसकी सेवा के बदले में भुगतान तो करना ही होता है। इस अवस्था में यह सहज ही पूछा जा सकता है कि कोई भी व्यक्ति, उपभोक्ता या औद्योगिक उपयोगकर्ता...१३ KB (८३७ शब्द) - ०७:०७, १९ अक्टूबर २०२३
- भारतेंदु और द्विवेदी युग → आधुनिक हिन्दी साहित्य की जिन गद्यात्मक विधाओं का विकास विगत एक शताब्दी में हुआ है, उनमें एकांकी का भी महत्त्वपूर्ण स्थान है। किन्तु...९ KB (६१५ शब्द) - ०५:३१, १० जुलाई २०२१
- हैं उन पर विचार करना भी आवश्यक है। सामान्यतः प्राकृत की अन्तिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव स्वीकार किया जाता है। उस समय अपभ्रंश के...२३० KB (१७,७४८ शब्द) - १३:२९, २४ मार्च २०१७
- इतिहास · स्वातंत्रयोत्तर युग → प्रसादोत्तर-युग हिन्दी एकांकी के विकास की तीसरी अवस्था है जिसका समय सन् 1938 से 1947 ई. (स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व)...३४ KB (२,१६४ शब्द) - ०५:४३, १० जुलाई २०२१
- प्रोग्राम की पुस्तक के लिए देखें हिंदी 'ख' गद्य का उद्भव और विकास इकाई-१ हिंदी गद्य का उद्भव और विकास हिंदी गद्य रूपों का सामान्य परिचय इकाई-२ नमक का दारोगा...२ KB (९५ शब्द) - २०:२२, २५ अप्रैल २०२२
- अलंकारों को छह वर्गों में विभाजित किया था, किंतु इनसे अलंकारों के विकास की भिन्न अवस्थाओं पर प्रकाश पड़ने की अपेक्षा भिन्न प्रवृत्तियों का ही पता चलता है।...५ KB (३३१ शब्द) - १८:०७, २ जुलाई २०२०
- (प्रोग्राम) की पुस्तक के लिए देखें हिंदी गद्य का उद्भव और विकास ख इकाई-१ हिंदी गद्य का उद्भव और विकास हिंदी गद्य रूपों का सामान्य परिचय इकाई-२ बूढ़ी काकी -...२ KB (९० शब्द) - १७:४१, २१ मार्च २०२२