यह पुस्तक व्यापारिक घरानों की सामाजिक जिम्मेदारी के विविद पहलुओं का परिचय कराने वाली है। यह अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र से संबंधित शिक्षकों, छात्रों एवं शोधार्थियों के लिए उपयोगी हो सकती है।