हिंदी कविता (छायावाद के बाद) सहायिका/लेखक
यह पुस्तक पी.जी.डी.ए.वी. कॉलेज सांध्य के हिंदी विभाग के हिंदी प्रतिष्ठा, चतुर्थ अर्द्धवर्ष, २०२०, में अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई है। इसके सभी अध्यायों के विभिन्न लेखकों की सूची निम्नलिकित है-
लेखकों की सूची
सम्पादन- भूमिका- अनिरुद्ध कुमार
- अज्ञेय का काव्यगत वैशिष्ट्य/
- यह दीप अकेला- मोहम्मद कैश,
- कलगी बाजरे की- मनीष कुमार , विवेक कुमार
- साम्राज्ञी का नैवेद्य-दान- सोनू
- सांप
- नागार्जुन के काव्य की विशेषताएं- आशु, Krishna Gurung
- सिंदूर तिलकित भाल
- उनको प्रणाम- आशुतोष, सुमित तिगुनायक
- गुलाबी चूड़ियाँ- सुमित तिगुनायक, आशु
- अकाल और उसके बाद ,अलिना सिंह
- रघुबीर सहाय की काव्य संवेदना-Gyan prakash
- अधिनायक- जावेद , आशुतोष
- रामदास- तमन्ना ठाकुर, मोहम्मद कैश
- स्वाधीन व्यक्ति
- दुष्यंत कुमार की काव्य संवेदना
- कहाँ तो तय था -काजल
- हो गयी है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए
- वो आदमी नहीं है
- केदारनाथ सिंह की काव्यगत विशेषता
- सुई और तागे के बीच मेंJulee bhati ,Rahim khan
- पानी की प्रार्थना
- बर्लिन की टूटी दीवार को देखकर- जितेन्द्र कुमार
- धूमिल की काव्यगत विशेषताएं
- मोचीराम
- रोटी और संसद
- शंभुनाथ सिंह
- पगडंडी
- देश है हम राजधानी नहीं Krishna Aggarwal
- पास आना मना दूर जाना मना
- मन का आकाश उड़ा जा रहा
- भवानी प्रसाद मिश्र की काव्यगत विशेषताएं
- गीत फरोश
- झुर्रियों से भरता हुआ
- राजेश जोशी की काव्य संवेदना
- बच्चे काम पर जा रहे हैं अलीना सिहं ,तमन्ना ठाकुर
- मारे जायेंगे
- आदतों के बारे में-- अंकिता,राहुल कुमार,
- उसकी गृहस्थी- Sahil baisoya, सोनू
- हिंदी कविता (छायावाद के बाद) सहायिका/अरुण कमल की कविताओं की विसेषताएं/- अंकिता
- नये इलाके में - krishna gurung, मनीष कुमार
- उधर के चोर-vivek kumar, जावेद
- देवभाषा
- धारRahim khan,Julee bhati