कार्यालयी हिंदी
कार्यालयी हिंदी पुस्तक कार्यालयों में प्रयुक्त होने वाले हिंदी भाषा के विभिन्न रूपों, विषयों और तत्वों का परिचय कराने का माध्यम है। यह प्राथमिक रूप से स्नातकों के लिए तैयार की गई है। यह मुख्य रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले बी.ए. प्रोग्राम/विशेष (स्नातक (कार्यक्रम)) के तीसरे अर्द्धवर्ष के पाठ्यक्रम पर आधारित है। अन्य विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षक भी कार्यालयी हिंदी से संबंधित ज्ञानवर्धन के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं।
विषय सूची
सम्पादन- कार्यालयी हिंदी का स्वरूप, उद्देश्य और क्षेत्र
- कार्यालयी हिंदी की शब्दावली
- कार्यालयी हिंदी का स्वरूप
- कार्यालयी हिंदी का उद्देश्य
- कार्यालयी हिंदी का क्षेत्र
- सामान्य हिंदी तथा कार्यालयी हिंदी में संबंध और अंतर
- कार्यालयी हिंदी की पारिभाषिक शब्दावली
- पदनाम तथा अनुभाग के नाम
- औपचारिक पदावलियाँ और अभिव्यक्तियाँ
- कार्यालयी पत्राचार का सामान्य परिचय
- कार्यालय के निर्गत पत्र
- कार्यालयी विज्ञापन
- आवेदन लेखन
- टिप्पण
- प्रारूपण
- संक्षेपण
- प्रतिवेदन
- सहायक सामग्री
- प्रयोजनमूलक हिन्दी के स्वरूप और प्रयोगात्मक क्षेत्र
- कार्यालयी हिन्दी के स्वरूप और कार्य-पध्दति
- वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली के विकास और निर्माण-सिध्दान्त
- प्रशासनिक पत्राचार के स्वरूप और विशेषताएँ
- अनुवाद की परिभाषा और स्वरूप
- हिन्दी समाचार लेखन
- आलेखन के स्वरूप और विशेषताएँ
- टिप्पण लेखन ( Noting)
- विज्ञापन की भूमिका और समस्याएँ
- प्रतिवेदन (Report)
- सरकारी पत्र (Official Letter)
- दूरर्दशन के लिए विज्ञापन लेखन
- जनसंचार के माध्यमों में प्रयुक्त हिन्दी
- इंटरनेट
- रेडियो लेखन
- टेलीविजन
- प्रूफ पठन
- सम्पादन(Editing